शिलाजीत खाने के फायदे क्या है? सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में

दोस्तों Shilajit khane ke fayde पता ना होने कारण भारत मे बहुतांश लोग शिलाजीत को काम शक्ति बढाने की दवा समझकर खाते है। लेकिन इसकी सच्चाई पढकर आप भी आश्चर्य करेगे।

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शिलाजीत क्यों खाते है? (शिलाजीत के बारे में भ्रम)

भारत के बहुतांश लोगों के मन में शिलाजीत को लेकर यह भ्रम फैलै हुआ है की वह काम उत्तेजना बढाने के लिए वियाग्रा की तरह काम करता है। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है।

Shilajit khane ke fayde मे शिलाजीत से मर्दाना शक्ती तो बढती है किंतु खाने के बाद तुरंत लिंग के कमजोर नसों में टाइटनेस लाना या शिघ्र पतन को रोककर टाइमिंग बढाना ऐसा कुछ नहीं होता।

शिलाजीत विटामिन और पोषक तत्त्वों का भंडार है जो मनुष्यों के शरीर की आवश्यकता क भरता है जिससे मनुष्य शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनता है और यही कारण की पुरूषों का पुरूषत्व ठिक से काम करता है, जैसे करना चाहिए। उसमें अतिरिक्त चमत्कार कुछ नही होता।

लेकिन आजकल के प्रदूषित युग मे पुरूषों को शीघ्र पतन और कमजोरियों के कारण शीलाजीत का प्रभाव चमत्कार लगता है। और उनमें से कुछ लोग शिलाजीत से आवश्यकता से जादा की उम्मीद रखते है, लेकिन दोस्तों वह साइड इफेक्ट वाली ऑलियोपैथिक दवाईयों के बगैर संभव नही है। इसलिए शिलाजीत केवल स्वस्थ जीवन के लिए खाईये।

शिलाजीत कीस काम में आता है?

शिलाजीत बेचने वाले अपने विज्ञापन के लिए उसके Shilajit khane ke fayde और प्रभाव को बढ-चढकर पेश करते है, काम इच्छा जगाने वाला कह देते है लेकिन दोस्तों ये सरसर झुट है। आप यह आर्टिकल पूर्ण पढ़े बगैर इन विज्ञापनों के झांसे में न आये।  शिलाजीत आपके नर्वस सिस्टम को  सुधारता है, थकान से मुक्ती दिलाता है, टेन्शन और डिप्रेशन से बचाता है। और शरीर के सभी नियंत्रण को सुधारता है जिसके कारण पुरूषों को शारीरिक कमजोरी दुर करने में मदद मिलती है।

शिलाजीत को आप इम्युनिटी बुस्टर अर्थात रोग प्रतिरोधक दवा के रूप में भी सेवन कर सकते है। यह प्राकृतिक रूप से आप की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। Shilajit khane ke fayde विस्तार से हम आगे देखेंगे।

Shilajit khane ke fayde कुछ इस प्रकार है।

  • पुरुष प्रजनन क्षमता को बढ़ावा : शिलाजीत के उपयोग से पुरुषों  की प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है और शुक्राणु बनने की गति में वृद्धि हो सकती है।
  • तनाव को कम करना: शिलाजीत में मौजूद फुलविक एसिड्स मनुष्य के टेन्शन को कम करने में मदद कर सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य बनाये रखने में सहायक हो सकते हैं।
  • रोग प्रतिरोधक शक्ति बढना:  शिलाजीत में जिवन उपयोगी 86 प्रकार के खनिज तत्व पाये जाते है जिससे मनुष्य की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढकर संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
  • जोड़ों की समस्या में मदद: शिलाजीत के उपयोग से हड्डियों की जोड़ों में मजबूती आती है और जोडों के दर्द जैसी समस्याओं मे आराम मिलता है।
  • स्मरणशक्ति बढाने मे मदद: आम तौर पर देखा गया है की शिलाजीत का सेवन करने वाले लोगों में याद करने की शक्ति मे गजब का सुधार हुआ है। इसलिए इसे स्मरण शक्ति बढाने के लिए भी खाया जाता है।
  • हृदय स्वस्थ रहता: शिलाजीत एंटीऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्वों से भरपूर होता है जिसके कारण हृदय के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलती हैं। दिल की बीमारीयों से जुँझ रहे मरीज इसे डॉक्टर की सलाह से उपयोग कर सकते है।

तो दोस्तों ये थे कुछ ठोस Shilajit khane ke fayde इसके अतिरिक्त और भी बहुत सारे फायदे है जो अप्रत्यक्ष रूप से इंसानी शरीर को मिलते है।

आसली शिलाजीत कैसे पहचाने?

दोस्तों Shilajit khane ke fayde तो हमने कुछ हद तक पता कर लिए अब असली शिलाजीत की पहचान कैसे करे? इसके बारे में भी जानते है।

शिलाजीत को पत्थर का खुन या फीर पहाडों का पसीना कहकर पहचाना जाता है। क्योंकी वह हिमालय की चट्टानों में गोंद के रूप में मिलता है। मुख्यत: जहाँ दो चट्टानों के बिच दरार पडी हो वहां पर यह बडी मात्रा में मिलता है।

आसली और शुध्द शिलाजीत पहचानने के कुछ तरीके है जिसके प्रयोग से आप उसकी प्रमाणिकता सिध्द कर सकते है।

  1. ठंडा शिलाजीत सख्त होता है और कांच की तरह टुटता है।
  2. थोडा गरम करने पर नरम होता है और खिंचने पर तार पकडता है।
  3. आसली शिलाजीत को जलाने से वह नही जलेगा बल्की बुदबुदायेगा और राख बन जाएगा।
  4. दुसरी बात शुध्द शिलाजीत दुध और पानी मे पूर्णतः घुल जाता है लेकिन शराब में नहीं घुलता छोटे-छोटे थक्के बन जाता है।
  5. आसली शिलाजीत स्वाद में कडवा होता है और सुंघने पर तीखी हर्बल स्मोकी गंध आती है।

असली शिलाजीत कहाँ पर मिलती है?

वास्तविक शिलाजीत मध्य एशिया और तिब्बत के पहाड़ों में पाया जाता है। और पाकिस्तान में गिलगित-बालटिस्तान के पहाड़ों से बड़े पैमाने में निकाला जाता है। लेकिन जैसे की आपने ऊपर पढ़ा है की उसे मूल रूप से नहीं खाया जाता बल्कि कही सारे प्रक्रियाएँ करके उसे खाने लायक शुद्ध किया जाता है।

आजकल कई सारी ब्रांड की कम्पनी इसे ऑनलाइन बेचती है।  लेकिन आप इसे कमेंट में लोगों के अनुभव पढ़के और उस प्रोडक्ट की रेटिंग चेक करके ही ख़रीदे। अगर ऑफलाइन खरीदना चाहते हो तो ऊपर मैंने जो शुद्धता की पहचान बताई है उसे ध्यान में रखे।

आसली शिलाजीत की किमत क्या है? : What is the Shilajit price Hindi

दोस्तों Shilajit khane ke fayde इतने सारे फायदे जानने के बाद आपकी आसली शिलाजीत की किमत जानने की उत्सुकता जरूर बढी होगी।

भारत के बाजार में आसली और नकली शीलाजीत की पहचान सुनिश्चित ना होने कारण उसकी किमत भी मनमुताबिक लगायी जाती है। 200 रूपये से लेकर 1000 रूपये तक प्रती 10 ग्राम का भाव लगाया जाता है।

कुछ पहाडी इलाकों के आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बेचने वाले लोग 600 रूपये 10 ग्राम बताकर 200-300 रूपये के मोल भाव में देकर जाते है।

कुछ व्यापारी मौकेपर आसली शिलाजीत का परिक्षण करवाकर दिखाते है और 800 से 1000 रूपये भाव लगाते है।

कुछ कंपनियाँ असली शिलाजीत तो बेचती है लेकिन उसके विज्ञापन आदि का खर्चा भी ग्राहक से वसूलती है। जिससे उसकी कीमत 30 से 40 परसेंट बढ़ जाती है।

शिलाजीत खाने का तरीका क्या है? : How to use shilajit Hindi

अगर सच में Shilajit khane ke fayde लेना चहाते हो तो आपको शिलाजीत खाने का सही तरीका पता होना जरूरी है।

वैसे तो शिलाजीत को दुध में घोल कर पीने की सलाह दियी जाती है किंतु खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना ठिक होगा। आम तौर पर 40 से 50 साल की उम्र के लोग दिन में 2 चम्मच दुध के साथ सेवन करते है।

दुध उपलब्ध ना हो तो जुस या पानी के साथ भी इसका सेवन कर सकते है लेकिन दूध के साथ ज्यादा आसरदार माना जाता है।

महिलाओं शिलाजीत का सेवन कैसे करना चाहीए?

महिलाओं को भी Shilajit khane ke fayde मिल सकते है इसलिए फायदों के साथ-साथ उनके लिए भी शिलाजीत खाने का तरीका पता कर लो।

वजन संतुलित करने के साथ त्वचा की झुर्रियां कम करना बुढपा आने से रोकना इत्यादी लाभकारी गुण शिलाजीत मे होने कारण इसका सेवन महिलाएं भी कर सकती है।

लेकिन महिला हो या पुरूष सभी को आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह अनुसार उचीत मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकी आयुर्वेद भी शरीर की जरूरत अनुसार उपयोग करने पर लाभकारी होता है।

शिलाजीत को असर करने मे कितना समय लगता है?

शिलाजीत का असर व्यक्ति की शारीरीक स्थिति, आयु, और उपयोग करने तरीके पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को शिलाजीत के फायदे तुरंत महसूस हो सकते हैं किंतु कुछ लोगोें को लंबे समय तक इसे उपयोग करना पड़ सकता है।

सामान्यता: अगर आप शिलाजीत का नियमित सेवन करते हैं, तो आपको इसके असर को लगभग 1 से 2 हफ्तों के अंदर देखने मिलने की उम्मीद है। लेकिन,  ध्यान देने वाली बात यह है  कि हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, और इसका परिणाम में व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्थिति अनुसार हो सकता है। तथा कुछ केसेस में शिलाजीत की सेवन करने की विधि उसकी मात्रा और बिमारी इन सब बातों पर भी निर्भर करता है।

Shilajit khane ke fayde पढकर अगर आप शिलाजीत का उपयोग करने की सोच रहे हैं, तो पहले अपने चिकित्सक की राय ले और उनके मार्गदर्शन अनुसार ही इसे उपयोग करें। वह आपको सही मात्रा में खुराक और उपयोग की विधि बता सकते हैं।

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शिलाजीत कैसे बनता है? : How is Shilajit made? Hindi

शिलाजीत का प्राकृतिक उत्पादन दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में होता है, तथा इसकी सामग्री भी भूवैज्ञानिक और जैविक प्रक्रियाओं के परिणाम अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकती है।

शिलाजीत बनने की प्रक्रिया में सुखे पौधों अवशेष जैसे कि वनस्पति फुलों के संश्लेषण से शुरू होती है।

जलवायु की परिवर्तनों के कारण यह मिश्रित सामग्री पहाड़ीयों के भूकंड में जमा हो जाती है और भूकंड के दबाव और उच्च तापमान के कारण इसका रूपांतरण शिलाजीत में होता जिसमें विभिन्न खनिज तत्व शामिल हो जाते हैं। इस रूपांतरण के लिए सैकड़ों वर्षों तक का समय लग सकता है।

भुकंड के दबाव के कारण पत्थरों के छेदों से, दिवारों काले-भूरे रंग की गाढ़ी चिकनी पदार्थ के रूप में शिलाजीत टपकता है।

शिलाजीत के शास्त्रशुध्द जानकारी के लिए आप यहाँ क्लीक कर सकते है।

शिलाजीत के प्रकार कितने है?

उत्पत्ति के स्थान और गुणों के अनुसार शिलाजीत के विभिन्न प्रकार हो सकते हैं लेकिन हम उनमें से प्रमुख चार प्रकारों के बारे में जानेंगे।

1. सफेद शिलाजीत: यह शिलाजीत का सबसे सामान्य प्रकार है इसका रंग सफेद  होता है।  अधिकतर यह हिमालय की पर्वत श्रृंखला में उच्च स्थानों में पाया जाता है।

2. काला शिलाजीत: यह शिलाजीत सामान्य शिलाजीत की तुलना में अधिक गाढ़ा और काले रंग का होता है। इसे स्थूलक शिलाजीत के नाम से भी जाना जाता है।

3. लाल शिलाजीत: इस प्रकार के शिलाजीत का रंग लाल होता है और यह शिलाजीत कई बार रत्नों के भागों से मिला होता है।

4. ब्राउन शिलाजीत : यह शिलाजीत गाढेपण के कारण काले शिलाजीत जैसा ही दिखता है लेकिन बरीकी से देखने पर समझ में आता है की यह ब्राउन कलर का है। इसका उपयोग भी प्राकृतिक चिकित्सा में किया जाता है।

क्या शिलाजीत की एक्सपायरी होती है?

हां होती है, भलेही शिलाजीत प्राकृतिक रूप से उत्पादन हुई सामग्री है लेकिन इसके रखरखाव और विभिन्न वातावरण के संपर्क से यह एक्सपायर होता है। और तब Shilajit khane ke fayde नहीं मिलते

लेकिन इसमें बहुत सालों तक अपने गुणों को बचाए रखने की क्षमता होती है। अगर इसे अधिक तापमान या अत्याधिक नमी से बचाये रखा जाये तो इसकी एक्सपायरी बढा सकते है।

अधिकतर व्यापारिक उत्पादनों या दवाई स्टोअर पर मिलने वाले शिलाजीत की एक्सपायरी लिखी मिलती है। जिसे ध्यानपूर्वक देखकर खरीदा जा सकता है।

Shilajit khane ke fayde प्राप्त करना हो तो आप एक्सपायरी पर जरूर ध्यान दे!

शिलाजीत कैप्सूल कब खाना चाहिए?

शिलाजीत कैप्सूल का सेवन अपनी स्वास्थ्य समस्या को ध्यान में रखकर आपके चिकित्सक द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार आप कर सकते है।

क्यों की आपकी आयु, शारीरीक समस्या आदि के आधार पर चिकित्सक शिलाजीत की मात्रा और लेने का समय तथा विधी तय करते है।

सामान्यत: शिलाजीत कैप्सूल को खाने से 30 मिनट पहले या खाने के बाद 2 घंटे के बाद लिया जाता है। यानी की आप के भोजन और शिलाजीत कैप्सूल सेवन के बिच 2 घंटे का आंतराल होना चाहिए ताकी ठिक से अवशोषण (Absorption) हो सके। लेने की मात्रा के साथ कितने दिनों तक और रोजाना कितनी बार लेना है इसकी परामर्श भी आपने चिकित्सक से जरूर ले।

याद रहे विभिन्न परिस्थीयाँ, विभिन्न प्रकार और प्रमाण के कैप्सूल तथा मरीज की शारीरिक स्थीती इन सबको ध्यान में रखकर चिकित्सक परामर्श करते है। इसलिए बिना चिकित्सक की सलाह के Shilajit khane ke fayde के बजाए नुकसान दायक बन सकता है।

शिलाजीत खाने के बारे मे सावधानी

गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शिलाजीत का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि की इसके परिणाम की जानकारी अबतक मौजुद नहीं है।

कम उम्र के बच्चे, शिशु अथवा वयस्क व्यक्ति जिनकी उम्र 40-50 वर्षों से अधिक हो उनको शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए। अपवादात्मक परिस्थितियों में डॉक्टर की सलाह अनुसार उपचार दिया जा सकता है।

शिलाजीत हमेशा परिक्षण लैब से सर्टिफाइड हि खरीदे। डुप्लीकेट माल से सावधान रहना चाहिए वरना स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड सकता है। सुनने में आया है की किछ लोग पहाड़ों में मौजुद बंदरों की मल विष्ठा पर प्रक्रिया करके भी शिलाजीत के नामपर बेचते है।

शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधी है लेकिन कोई भी व्यक्ति शिलाजीत खाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें यह अनिवार्य है। वरना उलटे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। जिससे आपका नुकसान हो सकता है।

तो मेरे प्यारे दोस्तों आप की वेब साइट Hindi Option पर लिखी Shilajit khane ke fayde के बारे में जानकारी कैसी लगी ? आप कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताये।  और इसके अतिरिक्त जानकारी आप के पास हो तो कमेंट में जरूर बताये। Shilajit khane ke fayde आप ने अंत तक पढ़ा है इसलिए आप का दिल से धन्यावद! इस प्रकार की और जानकारी पाने के लिए हमारे HOME PAGE पर जरूर जाए। धन्यावद!

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Balram Bomanwad

मैं बलराम बोमनवाड आप को प्रणाम करता हूँ। मुझे ख़ुशी है की आप ने आप की खोज से संबंधित सामग्री ढूंढ़ने के लिए मेरी वेबसाइट का चयन किया है। मुझे आशा है की आप बिलकुल निराश नहीं होंगे आप के प्रश्न और समस्या का समाधान करना ही मेरे इस वेबसाइट का उद्देश्य है। और मुझे भरोसा है की आप अपनी खोज के लिए बार-बार मेरे साइट पर आएंगे। अपनी अनमोल राय कमेंट बॉक्स में लिखे। आप का दिल से धन्यवाद !
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