दोस्तों Modern farming से आमदनी बढ जाती है किंतु उसे एकदम आसानी से कैसे करे कौन-कौनसी बातों का ध्यान रखे इसके बारे मे आज हम विस्तार से जानेंगे।
आधुनिक खेती कैसे करे? : How to do Modern farming easily
आधुनिक खेती के लिए आसान और महत्वपूर्ण जानकारी, Modern farming easy methods in hindi आप हर पॉइंट को ध्यान से पढ़ना और आसान खेती के लिए इन सभी बातों का जुगाड़ करना, बंजर जमीन भी सोना उगायेगी।
1. पर्याप्त पानी का बंदोबस्त करना।
खेती की जान है पानी अर यह प्रयाप्त मात्रा में मिल जाये तो पत्थर पर भी खोती की जा सकती है। इसलिए सबसे पहले बारीश की हर बुँद के व्यर्थ ना गवाँये उसकी संचयन व्यवस्था करे आधुुनिक जल संचयन करने की तकनीकें अपनाएं, जैसे कि तालाब या कुंआ आदि।
2. जमीन का उचित प्रबंधन करना।
केवल जमीन होना प्रयाप्त नहीं Modern farming के लिए सही तरीके से जमीन का प्रबंधन करें, उसे आधिक उपजाऊ बनाने के लिए Organic fertilizer द्वारा उपयुक्त पोषण दें।
जमीन पर अन्य पोषकता खा जाने वाले बेकार के पौधों को बीज मे आने के पहले ही नष्ट करे।
जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखें। कोई भी नयी फसल लेने से पहले मिट्टी परिक्षण से उसकी उपयुक्तता की जँच करे।
3. फसल के अनुसार मिट्टी की जानकारी।
आप के खेत की मिट्टी कौन-कौनसे फसल के लिए उपयुक्त है इसकी जानकारी आपको होना जरूरी है। उसके लिए आप प्रयोगशाला मे मिट्टी परिक्षण करवा सकते है। जिससे मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में मिनरल, मिट्टी के जीवणु, और पोषण तत्व कितने मौजुद है पता चलता है।
मिट्टी के हिसाब से फसल का चुनाव करना आपके उत्पादन को बढाता है।
4. Modern farming के लिए सही तरह के बीज को चुनना।
दोस्तों बीज का चयन करते समय आप बीज कंपनियों के विज्ञापन के झांसे मे बिल्कुल ना आये। बल्की विशिष्ट फसल के लिए प्रयोग शाला से अपनी मिट्टी का परीक्षण करवा ले और उस फसल को लगने वाले पोषक खनिज तत्वों की जानकारी प्राप्त करे। तभी जाकर आप बीज का चयन करे।
ऐसा ना हो की बाजु के खेत वाले ने लिया तो आप भी उसी बीज पर टुट पडे। पोषण के लिए खाद का उपयोग तो कर लेंगे लेकिन आपके पास प्रयाप्त पानी भी होना जरूरी है।
5. मौसम देखकर उचीत समय पर बीज बोना।
उपयुक्त मौसम में बीज बोये ताकि इसे बारीश का पानी आवश्यकता नुसार मिल सके मोसमी हवा भी इसके पोषण में मदद कर सके। जैसे बारीश के मौसम में कपास बोषा जाता है और ठंड के मौसम मे चना बोया जाता है।
मौसम की जानकारी के लिए सरकारी मौसम विभाग के खबरोंपर नजर बनाये रखे और वैज्ञानिक तकनिक का सहारा लेकर मौसम का अनुमान लगाये।
तथा वैज्ञानिक संशोधन के आधार पर हर प्रकार के बीज को कितनी गहराई मे बोना चाहिए इसकी जानकारी जरूर प्राप्त करे।
6. सही समय पर सिंचाई करना।
पौधों को पर्याप्त पानी मिले इसलिए समय-समय पर सिंचाई करना आवश्यक है।
सिंचाई कई प्रकार की होती है, फसल की आवश्यकताओं के आधार पर आप निचे दिए गये सिंचाई के प्रकार को चुन सकते हैं।
बूंद सिंचाई, छीडकाव वाली सिंचाई, टपकने वाली सिंचाई, फ्लड सिंचाई, ड्रेज सिंचाई, और सबसे प्रसिद्ध नलकूप सिंचाई।
7. खाद का सही उपयोग करना।
आजकल फसल के लिए रासायनिक खाद का जोरों से उपयोग होता है फसल अच्छी आती है लेकिन इससे उत्पादन खर्च बढ रहा है, बदले मे उत्पाद की किमत कम होने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इसलिए खाली समय खेत मे आप जानवरों से प्राप्त गोबर वाली खाद भी डाल सकते है जिससे बीज बोने ले पहलेही मिट्टी की उपज बढ जाती है। और यह खाद बहुत पावरफुल सालोंतक परिणाम देने वाली होती है।
आजकल केंचुओ के मल से खाद बनाने की सस्ती प्रकिया का भी संशोधन किया गया है। खेतों में बिखरे सुखे फुल पत्ते इक्कटा करके उसमें हजारो केंचुओं को छोडा जाता है। कुछ महीनों बाद आपको वहां सुपर पावर खाद देखने को मिलेगी। जो Modern farming के लिए बहुत अच्छी साबित हो रही है।
8. किट और रोग का उचित प्रबंधन करना।
फसल को शुरू से अंत तक विविध रोगों से बचाना जरूरी होता है। इसलिए फसल के रोगों की पहचान करके उसकी सही दवा की जानकारी होना जरूरी है। अर्थात आप को Modern farming करते समय फसलों का डॉक्टर भा बनना पडेगा।
आधुनिक औजार यंत्रों का उपयोग : आधुनिक खेती में मेहनत कम और सफलता ज्यादा पाने के लिए आधुनिक यंत्रों का सहारा लेना जरूरी है तभी आधुनिक खेती कही जाएगी।
9. Modern agriculture technology का उपयोग करना।
सब्जियों आदि का सही प्रक्रिया से उत्पादन करने के लिए मॉडर्न खेती तकनीकों का भरपुर उपयोग करें, जैसे कि Drip irrigation, पारदर्शी तापमान मॉनिटरिंग आदि।
उदाहरणार्थ :
- ट्रैक्टर: खेत में जुताई, बोने, खुदाई, और फसल की सवारी के लिए।
- कम्बाइन हार्वेस्टर: फसलों को काटने, पीसने और अलग करने के लिए।
- फर्टिलाइजर स्प्रेडर: कीट प्रबंधन दवाई और खादों का छिड़काव करने के लिए।
- इरीगेशन सिस्टम: यह सिस्टम सिंचाई के लिए स्थापित किया जाता है, जो पानी की आपूर्ति को आवश्यकता अनुसार सुनिश्चित करता है।
- सोलर पंप: खेती में सस्ती ऊर्जा के लिए जो पानी की की मोटर आदि को काम करने के लिए।
- बेल्ट कनवेयर: यह फसलों को इधर से उधर ले जाने और संयंत्रों तक पहुँचाने के लिए इस्तेमाल होता है।
10. उत्पादन का सही तरह से प्रबंधन करना।
उत्पादनों को खेती से इक्कटा करने, उसे बोरियों पैक करने और बाजार तक बिना नुकसान के पहुंचाने के लिए अच्छी व्यवस्था बनाएं। सब्जियों को जालीदार बोरीयों मे ले जाये ताकी हवा लगते रहे और घुंटकर सड ना जाये। बाकी आनाज को ठिक से धुप में सुखाकर ही बोरीयों में पैक करे।
11. खेती को मार्केट से जोड़ना, व्यापारी करण करना।
बाजार की आवश्यकताओं तथा ग्राहक पसंदों के आधार पर फसलों का उत्पादन करें। मार्केट में कीसी फसल का ज्यादा उत्पाद के कारण भाव गीर जाये तो आप फिरसे उसी को बोये।
इससे होगा ये की भाव गीरने कारण अन्य किसान आगली बार उस फसल को नही लगायेंगे ऐसे में तब आपकी फसल मार्केट में धुम मचायेगी खुब पैसा कमाकर देगी।
12. प्रशिक्षण में हिस्सा लेना।
खेती का नविनीकरण, उन्नत तकनीक और खेती से जुड़े सभी संशोधन की जानकारी को अपनाने के लिए सरकार या अन्य संगठनों के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लें। इससे आपको लोगों के अनुभवों द्वारा समस्याओं का हल मिलने में मदद मिलेगी। 5G नेटवर्क के ज़माने में इंटरनेट द्वारा ऑनलाइन मार्गदर्शन youtube जैसे माध्यम से भी मिलता है जिसका लाभ लेना चाहिए।
13. बाजार पर नज़र रखे।
दोस्तों Modern farming अपने स्थानीय बाजार का अभ्यास करे, उत्पादों की सही किमत प्राप्त करने के लिए उन्हें सही समय पर बेचें। तबतक अपने उत्पाद को स्टोअर करके रखने की अच्छी व्यवस्था करे। हालाकी फल और सब्जियों के लिए हम 2-4 दिन से ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। इसलिए उन्हे डिमांड देखकर ही उगाना सही होगा।
आधुनिक खेती के क्या लाभ है? : Advantage of modern farming in hindi
आधुनिक खेती के लाभ निम्नलिखित हो सकते हैं…
1. उत्पादकता में वृद्धि होना।
सबसे बडा लाभ उत्पादकता में वृद्धि होती है। आधुनिक खेती तकनीकों का उपयोग करके फसलों की मात्रा बढ़ती है संशोधीत बीज के कारण हर फसल को भरपुर मात्रा में फुल और फल उगते है जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है।
इससे किसान की आमदनी बढती है और देश की बढती लोकसंख्या को प्रयाप्त मात्रा मे आनाज उपलब्ध होता है।
2. मेहनत काम लगना।
Modern farming मे तकनीकी साह्यता और आघुनिक औजारों का उपयोग करने से मनुष्य बल कम लगता है और कम श्रम मे ज्यादा काम हो जाता है।
मशीनों का उपयोग होने से तेजी से काम होता है जिससे पैसा और समय की बचत भी होती है।
3. बेहतर फसल क्वालिटी की गारंटी।
Modern farming मे सुधारित बीज और आधुनिक तकनिक का उपयोग करने से फसलों की गुणवत्ता में सुधार होता है, उससे निकली उपज की क्वालिटी बाजार में अधिक मूल्य प्राप्त करने में मदद करती है।
5. जलवायु संकट का सामना करने में मदद।
Modern farming में तकनीकों का उपयोग करके जलवायु संकटों का सामना किया जा सकता है, जैसे कि बुनाई और सिंचाई के लिए सबसे उपयुक्त समय तय करना आदि।
6. सांख्यिकीय विवरण मिलता है।
Modern farming से बेहतर फसल प्रबंधन के लिए संख्यात्मक डेटा का संग्रह किया जा सकता है जिसका विश्लेषण का लाभ सबको मिल सकता है।
जैसे की कितनी फसल को कितना पानी और खाद देना है। कितनी जमीन पर कितना उत्पादन ले सकते है। बीज कितने अंतर मे बोना आवश्यक है आदि।
8. सुरक्षित खेती की गारंटी।
आधुनिक खेती के तकनीकी उपायोग से बेहतर तरीके से कीटाणु और रोगों का प्रबंधन किया जा सकता है, जिससे फसल की सुरक्षा में मदद होती है। आजकल तो जंगली जानवर आदि से भी फसल के सुरक्षा के उपाय संशोधित किये गये है।
9. नया आविष्कार करने में फायदेमंद।
Modern farming के लिए नए-नए तकनीक और उपकरणों का आविष्कार होता रहता है, जिससे खेती क अधिक उत्कृष्ट बनाने में मदद मिलती हैं।
समय, पैसा, श्रम इन तीनों की बचत होती है।
आधुनिक खेती का प्रभाव : Effect of Modern agriculture in Hindi
आप ने पढा की जबसे Modern farming की शुरुआत हुई है व्यक्ति का समय, पैसा और श्रम इन तीनों की भारी बचत हो रही है। किंतु सुखों के पिछे भागने वाले व्यक्ति इससे भी अधिक प्रगती चहाते है इसलिए अब वह रोबोट किसान बनाने का संशोधन कर रहे है। जिसमें कुछ हदतक सफल भी हो चुके है लेकीन खेती के सभी काम एक ही रोबोट से करवाने वाली तकनीक अभी विकसित होना बाकी है।
आधुनिक खेती (Modern farming ) से किसान की आर्थिक स्थीती मे सुधार दिख रहा है। और जनता को प्रयाप्त मात्रा में भोजन भी मिल रहा है वरना पारंपारिक खेती से दुनिया का इतनी आबादी को खाना मिलना मुश्किल ही नही नामुमकीन था।
आधुनिक खेती कुछ लोगों को रोजगार दिया है तो कुछ को बेरोजगार किया है। समय के साथ जो लोग अधुनिकता का प्रशिक्षण ले चुके है वह बहुत सारे पैसै भी कमा रहे है।
आधुनिक खेती के नुकसान क्या है? Modern farming technology disadvantage in hindi
दोस्तों Modern farming अर्थात आधुनिक खेती एक ऐसा भंवर है जो दुनिया को लेकर डुबने के लिए तैयार हुआ है। आप ने उपर आधुनिक खेती के इतने सारे फायदे पढे है अब यह नुकसान वाली बात पढकर जरूर चौंक गये होंगे।
लेकिन यही वास्तविकता है। आप ने जो फायदे पढे है वह अल्पकालीन समाधान के लिए है। लंबे समय तक आधुनिक खेती करते रहने से बहुत सारे नुकसान हो सकते है।
मिट्टी की उपजाऊता खत्म हो जाती है।
दोस्तों Modern farming में लंबे समयतक रासायनिक खाद का उपयोग करते रहने कारण और लाभकारी एक ही नमूने की फसल उगाने कारण खेती के जमीन का उपजाऊ पण खत्म हो जाएगा।
जलवायु परिवर्तन होने मे सहयोग।
बे-मौसम खाद और पानी के आधार पर कोई भी फसल का उत्पादन लेने से धरती के जलवायु परिवर्तन को बढावा मिलेगा।
बेरोजगारी बढ़ती है।
आधुनिक औजारों और यंत्रों के उपयोग से खेती में मनुष्य बल की आवश्यकता कम होते जा रही है। इसलिए खेत मजदूर को काम मिलना मुश्किल हो गया है। इसी कारण दुनिया के करेडों लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड रहा है।
मनुष्य स्वास्थ्य पर परिणाम होता है।
अनेक प्रकार की रासायनिक खाद और किट नाशक के उपयोग से फसल से निर्माण आनाज खाकर मनुष्य की रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होते जा रही है। मनुष्य को आनेक रोगों का सामना करना पड रहा है।
तो दोस्तों मै एक किसान का बेटा पुछता हुँ कैसी लगी Hindi Option की यह Modern farming पर जानकारी कमेंट बॉक्स मे जरूर बताना। क्या हमे आधुनिक खेती करना चाहिए या पारंपारिक ठिक है आप की राय कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे, मेरे मेहनत से लिखे इस आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए दिल से धन्यवाद!