दृढ़ प्रतिज्ञा का अद्भुत चमत्कार !

दोस्तों हम जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुत कुछ अच्छा करने का संकल्प करते है। किंतु सफलता मन-मुताबिक नहीं मिलती। इसलिए Pledge अर्थात प्रतिज्ञा से क्या चमत्कार हो सकता है यह इस लेख में पढेंगे।

 

dasharath-manjhi-pledge-hindi

 

 

दृढ़ प्रतिज्ञा (Pledge) क्या है?

क्या आप शीर्षक में चमत्कार शब्द से आकर्षित होकर इस लेख को पढ रहे है?

तो आप बिल्कुल सही है। आप पूर्ण आर्टिकल पढिए आप सच में संकल्प के चमत्कारों को जानकर आश्चर्य में पड जाएंगे।

Pledge का हिन्दी में अर्थ है प्रतिज्ञा, दृढ़ संकल्प यानि पक्का निश्चय। हमारे मन में दिन भर के कार्य करते समय करोड़ों विचार आते है। उन्हे सामान्य संकल्प कहेंगे, किसी एक विषय पर चल रहे विचार को विशेष संकल्प कहेंगे। और कुछ नया करने के मन में सोच रहे है तो उन्हे निश्चय (Resolution) कहेंगे।

ऐसे हजारों छोटे-छोटे निश्चय दिन भर में हम करके उन्हे पूरा करते है। जो की हमारे बस में होते है। लेकिन बडे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उस के प्रति निश्चय या Pledge में दृढता होना बहुत जरूरी है।

“मैं करूँगा” यह हुई प्रतिज्ञा और “मैं करूँगा ही” यह हुआ दृढ़ प्रतिज्ञा। व्यक्ति जब दृढ़ संकल्प करता है तो वह परिणामों की, मेहनत की, समय की फ़िक्र नहीं करता।

पुराने जमाने में लोग बहुत साहसी थे। एकबार किसी बात का प्रण लिया हो तो उसे पूरा करके ही मानते थे। कार्य को बीच में छोड़कर भागना उनके स्वभाव में नहीं था। वरना हम तो रात को सोचते है और सुबह भूल जाते है।

कुछ लोग हर बार एक नया संकल्प करते है, कोशिश करते है किंतु सफलता में कठिनाई देखकर जल्दी हार मान जाते है। जैसे मेंढक बरसात में लंबी छलांग लगाते है और बरसात थमते ही दुबक कर कर बैठ जाते है अगली बरसात आने तक।

वैसे मेरे कुछ दोस्त भी 31 दिसंबर को संकल्प करते है कल से नये साल में ये करूँगा, वह करूँगा और अगले एक हफ्ते भी अपने संकल्प पर कायम नहीं रहते। अगले साल फिर वही किस्सा दोहराते है।

प्रतिज्ञा में दृढ़ता कैसे लायें? – How to get firm in Pledge?

दोस्तों प्रतिज्ञा की दृढ़ता पूर्णता इच्छा शक्ति पर निर्भर है। जहाँ इच्छा शक्ति मजबूत वहां सफलता हमारे कदमों मे होती है। जिसकी जितनी इच्छा प्रबल  वह उसपर उतना ही ज्यादा लगन से मेहनत करेगा। मनुष्य के पास इच्छाओं की कमी नहीं है, लेकिन सबकी सब इच्छा बेहद कमजोर और कष्ट दायक होती है।

इच्छा शक्ति कमजोर क्यों हो जाती है?

अनगिनत इच्छा और उसकी मर्यादीत पुर्ती मनुष्य को घोर निराशा में धकेलती है। और वही निराशा मनुष्य के नये इच्छाओं को कमजोर बनाती है। मनुष्य सुबह से शाम तक जितनी इच्छा करता है उन सब की पुर्ती करना असंभव होता है। परिणाम स्वरूप इच्छायें तो बहुत होती है लेकिन उनमें शक्ति नहीं के बराबर होती है।

इसी बीच अगर किसी ठोस कार्य के लिए संकल्प किया जाता है या इच्छा होती है तो वह भी उसी तरह कमजोर होती है, इसलिए हम उसे चाह कर भी पूरा नहीं कर पाते, सपने बनकर अधुरे रह जाते है।

दृढ़ प्रतिज्ञा कैसे करे? How to make Pledge? in Hindi

अब तक आप समझ गये होंगे की Pledge क्या है?

और उस में दृढ़ता लाने के लिए इच्छा शक्ति कैसे जरूरी है। तथा इच्छा शक्ति कमजोर कैसे होती है।

दृढ़ प्रतिज्ञा के लिए मजबूत इच्छा शक्ति के निर्माण के लिए हमें अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण पाना होगा।  याद रहे मैं नियंत्रण की बात कर रहा हूँ दमन की नहीं। नियंत्रण और दमन में बहुत फर्क है।

नियंत्रण मतलब उत्पन्न ना होने देना और दमन मतलब उत्पन्न इच्छाओं को दबाना। इच्छा दमन मनुष्य को कुंठीत मनोवृत्ती का बनाता है। और इच्छा नियंत्रण संतुष्ट मनोवृत्ती का बनाता है।

इच्छा नियंत्रण के लिए संतुष्ट मनोवृत्ती ज्ञान और ध्यान से बनती है। आप ने श्रीमत भगवद्गीता का सार सुना होगा, तुम्हारा क्या गया जो तुम रोते हो…। जो लिया यहीं से लिया, जो दिया यहीं पर दिया…। इस तरह के आध्यात्मिक ज्ञान के चिंतन से मनुष्य की भौतिक आसक्ती खत्म होती है और वह धीरे-धीरे संतुष्ट वृत्ती की बनता है।

और ईश्वर का ध्यान (Tenacity) अलौकिक आनंद देता है जिस कारण लौकिक प्राप्ति के लिए मनुष्य तडपता नहीं। परिणामत: संसार में रहते भी इच्छाये नियंत्रित रहती है। और इस तरह के पुरूषार्थी व्यक्ति के संकल्प में कमाल की दृढ़ता होती है।

प्रतिज्ञा के चमत्कारिक उदाहरण : Miraculous examples of Pledge in Hindi

दोस्तों अब बारी है उन चमत्कारों के बारे में जानने की जो केवल दृढ़ प्रतिज्ञा के बल पर सिद्ध हो चुके है। मैं इतिहास में जाने के बजाय वर्तमान के ही तीन चमत्कारी का उदाहरण पेश करूँगा।

सन 2021 में भारत के राष्ट्रपती द्वारा पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त एक व्यक्ति, जिसके जीवन में Pledge ने वह चमत्कार कर दिखाया, जो हम सोच भी नही सकते।  इसलिए शुरूआत में हम जैसे कुछ लोग उसे पागल भी समझते थे।

बिहार में गया के पास एक छोटा सा गांव है गहलौर उस गांव के एक व्यक्ति जिसका नाम दशरथ मांझी है। 1959 में उसकी पत्नी बीमार हो गयी थी गांव से शहर वाले अस्पताल पहुँचने के लिए रास्ते में खड़े बड़े पहाड़ की वजह से रास्ता नहीं था और लंबी दूरी से समय पर ना पहुँचने कारण उसकी पत्नी का देहांत हो गया जिसे वह बेहद प्यार करता था।

इस घटना के आसर से मांझी की सभी इच्छायें खत्म हो गयी और केवल एक हि इच्छा मन मे दृढ हो गयी कुछ भी हो इस पहाड़ के बीच से रास्ता होना चाहिए जिससे फिर किसी व्यक्ति की पहाड़ के कारण जान ना जाये। दिन-रात यही संकल्प उसके दिमाग में घूमता रहा।

और फिर 1960 में उसने बिना किसी मदत के या किसी सरकारी अपेक्षा के स्वयं छन्नी और हथोडी लेकर पहाड़ को बीच से चीरने लगा। जैसे मैंने उपर काहा की लोग उसे पागल समझने लगे। लेकिन उसके निश्चय ने हार नहीं मानी वह बिना रुके दिन रात उस पहाड़ को खोदने में लगा। उसने हार-जीत, समय, परिणाम किसी बात की चिंता नहीं की।

और सन 1982 में 22 साल के बाद उनकी  दृढ़ प्रतिज्ञा (Pledge) ने आखिर चमत्कार कर  दिखाया। संकल्प के बल पल दिन-रात की मेहनत ने पहाड़ को चीरते हुए 360 फुट लंबा रास्ता बनाया जो 25 फुट गहरा और 30 फुट चौड़ा है। इस रास्ते के बनने के बाद अब गया से अतरी और वजिरगंज का अंतर अब 80 किलो मीटर से घटकर केवल 13 किलो मीटर सीमित रह गया है।

miraculous-result-of-pledge-hindi

 

 

अब आप सोच रहे होंगे की इस दशरथ मांझी ने Pledge के बल पर इतना बड़ा चमत्कारी काम किया है। लेकिन वह ध्यान योग करने वाला पुरूषार्थी तो नहीं था। जैसे हमने उपर प्रबल इच्छा शक्ति के लिए जरूरी कहा था। तो इसने कैसे किया?

आपका प्रश्न सही है लेकिन जीवन में कुछ घटनाएँ ऐसी घटीत होती है जो अंतर मन की सभी इच्छाओं को खत्म कर देती है और केवल एक ही इच्छा को बार-बार उत्पन्न करती है। जो प्रण बनकर व्यक्ति को प्रेरित करती है और साहस (Spunk) के साथ पुरा करने की उर्जा देती है। इतना ही नही कभी-कभी उसे वह पूर्ण करने तक खाना-पीना, सोना-जागना कुछ अच्छा नहीं लगता। इसलिए घटानायें भी बहुत महत्व रखती है। इस बात पर मैं आप को एक और छोटा-सा उदाहरण दूँगा।

प्रतिज्ञा का दूसरा चमत्कारी उदाहरण

मेरा एक मित्र लंबे समय से तम्बाकू की लत का  शिकार था। उस पर आदत इतनी हावी हो गयी थी की वह दिन का एक सेकंड भी बीना तम्बाकू चबाये नहीं रह सकता था। उसने तम्बाकू गुटखा छोड़ने के लिए बहुत बार संकल्प किये किंतु कुछ नही हुआ। क्योंकि उसका Intentness पक्का नहीं था।

एक दिन अचानक उसके अपने राज्य के उप मुख्यमंत्री का देहांत हो गया। जो एक महंगे वाला गुठखा के खाने के शिकार थे। जिसकी वजह से उन्हे कैंसर जैसी बीमारी ने जखड रखा था।  इस हादसे ने उसके मन को बहुत सदमा पहुँचा और उसी दिन उसने Pledge कि कुछ भी हो मैं तम्बाकू गुटखा को आज से हाथ नही लगाउँगा।

तम्बाकू की परिणाम की वजह से उसका जबड़ा केवल दो इंच खुल रहा था अगले एक साल मे गुटखा छोड़ने से फिर से पहले जैसा 4 इंच तक खुलने लगा है। यह केवल उस घटना की वजह से किये गये दृढ़ Pledge की वजह से हुआ है।

Pledge miraculous Third Example in Hindi

दृढ़ प्रतिज्ञा के इतिहास में सैकडों उदाहरण है। इजराइल जैसा यहुदीयों का देश जो पुरी तरह से नष्ट हो चुका था। दुनिया भर में जहां कहीं भी बचे-कुचे यहूदी शरण लेकर रह रहे थे। वह एक दूसरे को मिलते ही प्रणाम, नमस्ते करने की जगह अपने देश  इसराइल मे मिलेंगे ऐसा कहते थे। आखिर इसी दृढ़ संकल्प से लंबे संघर्ष के बाद उन्होने अपना देश वापस लिया जो आज दुनिया का सबसे एडवांस टेक्नॉलॉजी वाला एक शक्तिशाली देश बनकर उभर रहा है।

इस उदाहरण से एक बात समझ में आती है की अनेक लोग भी एक ही दृढ़ प्रतिज्ञा कर के किसी भी बड़े लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है। जो अपने आप में एक बड़ा चमत्कार है।

हम सामान्य व्यक्ति भले ही उच्चकोटी के प्रण ना करे लेकिन जिन्होंने प्रण करके पू रे किये है वह भी तो सामान्य नागरिकों में से ही एक थे। दृढ़ संकल्प से प्रण पूरा करने का चमत्कार दिखाने के बाद वह खास

बने है। तो क्यों ना हम छोटे-मोटे लक्ष्य को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्प के सहारे विजय प्राप्त करे।

हम भी अपने जीवन में Pledge द्वारा बड़ा परिवर्तन ला सकते है। इसके लिए आप हमारा स्व-मार्गदर्शन से सफल जीवन यह लेख भी आवश्य पढे।

आशा करता हूँ की आप को Miraculous result of Pledge in Hindi मतलब प्रतिज्ञा की दृढ़ता का महत्व समझ आया होगा। इस पर ज़रूर अपनी राय कमेंट बॉक्स में लिखे। आपके विचारों का स्वागत है। आप ने लेख को अंत तक ध्यान से पढ़ा इसलिए दिल से धन्यवाद!

Leave a Reply

Balram Bomanwad

मैं बलराम बोमनवाड आप को प्रणाम करता हूँ। मुझे ख़ुशी है की आप ने आप की खोज से संबंधित सामग्री ढूंढ़ने के लिए मेरी वेबसाइट का चयन किया है। मुझे आशा है की आप बिलकुल निराश नहीं होंगे आप के प्रश्न और समस्या का समाधान करना ही मेरे इस वेबसाइट का उद्देश्य है। और मुझे भरोसा है की आप अपनी खोज के लिए बार-बार मेरे साइट पर आएंगे। अपनी अनमोल राय कमेंट बॉक्स में लिखे। आप का दिल से धन्यवाद !
View All Articles
error: Content is protected !!
%d bloggers like this: