RO Water क्या है?
अस्वच्छ पानी भारत सहित अमेरिका जैसी विकसित देशों की भी समस्या है। नगर निगम की पाइपलाइन जब पुरानी हो जाती है तो कहीं से फट जाती है, और उसमे नाली का गंदा पानी घुस जाता है, जो सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है।
इसलिए अब तक Water purifier के रूप में पानी के शुद्धी करण के लिए पानी को उबालना, आयोडिन और क्लोरिन जैसे रसायनों का उपयोग किया जाता था लेकिन इससे पानी 100% शुद्ध बोने कि कोई गारंटी नहीं थी।
अब विज्ञान ने RO अर्थात रिवर्स आस्मोसिस सिस्टम (Reverse osmosis) खोज कि है। जिसे सबसे Best water purifier माना जाता है। हम जानते है कि RO Water या Ro water purifier वास्तव मे यह है क्या?
पानी के पीने से शरीर मे मेटाबोलिज्म की प्रक्रिया सुधार जाती है। पानी में कैल्शियम तथा मैग्नीशियम की मात्र ज्यादा होती है, तब यह वजनदार होता है किंतु जब इनकी मात्रा कम हो जाती है तो यह पानी हल्का होता है, तथा यह पीने के लिए अच्छा माना जाता है।
Reverse osmosis सिस्टम पानी शुद्धी करण का वो स्त्रोत है जो धूल, मिट्टी, बैक्टेरिया के साथ हर तरह के किटाणुओं को भी सक्षम होता है। यहाँ तक की अन्य कोई कीटक नाशक मिले हो तो उसके प्रभाव से भी मुक्त करता है इस प्रणाली को Ultra filtration भी कहा जाता है।
ज्यादातर बोतलबंद पानी के प्लांट्स वाले इसी प्रणाली से पानी शुद्ध करते है। अब यह सिस्टम आम घरों मे भी उपलब्ध हो रहा है।
Reverse osmosis सिस्टम कैसे काम करता है?
RO शुद्धिकरण प्रणाली मे RO Water उपलब्ध करने के लिए पानी के अणुओं को 0.0001 माइक्रॉन की मेम्ब्रेन से गुजरना होता है, जिसे हम हिन्दी मे सचीद्र झिल्ली कह सकते है। पानी के अणुओं को इस झिल्ली ले गुज़ारने के के लिए बड़ा प्रेशर डाला जाता है।
इसमे मे मेम्ब्रेन से बनी रचना को मॉड्यूल कहा जाता है। यह मॉड्युल उपयोग की हिसाब से अलग-अलग Reverse osmosis मे विविध आकार मे बिठाये जाते है। जैसे घरेलू उपकरण मे 2 इंच व्यास और 10 इंच लंबाई वाला होता है वही बड़े मशीन मे यह 4 इंच व्यस और 40 इंच तक लंबा होता है।
इस Best water purifier सिस्टम की और एक ख़ासियत यह है की, पानी शुद्धिकरण के बाद बचे हुए अवशेष स्वयं बाहर निकाल दिए जाते है। इसलिए इसका मेम्ब्रेन जल्दी खराब नहीं होता, तथा बिना किसी देखरेख के सालों तक सर्विस देता है।
आरओ पानी के दुष्परिणाम – RO Filter water Side effects (Helth loss)
तो चलिए Ro water purifier जानने के बाद इस लेख के असली मुद्दे पर आते है की आरओ का पानी यानी फिल्टर पानी पीने के नुकसान क्या है? और इसका सेहत पर क्या असर पड़ता है।
सबसे पहले तो RO Filter water के Side effects यह है की, इसकी आदत पड जाती है और शरीर बाहर का आम पानी नहीं पचा सकता। जिसकी वजह से पेट मे दर्द तबियत बिघडना आदी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त यह पानी मे से उन मिनरल्स को भी खत्म कर देता है, जो शरीर के लिए बेहद पोषक होते है। जिसका आसर शरीर के विकास पर पड़ता है।
पानी मे मौजूद नमक के अणुओं मे से क्षारीय परमाणु निकालने से RO फिल्टर पानी एसिडिक हो जाता है, जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक होता है। इस पानी मे का Carbonic acid शरीर का कैल्शिअम खत्म करता है जिससे मनुष्यों की हड्डीया कमजोर हो जाती है।
एक जानकारी के अनुसार Side effrects में शरीर में कमज़ोरी, थकान, सिर दर्द, ऐंठन तथा हृदय संबंधित विक़ार होने की संभावना ज्यादा होती है।
ग्राहक को खुश करने के लिए टेक्निशियन TDS लेवल कम कर के रखते है। जिससे पानी तो मिठा लगता है, लेकिन पोषक तत्व भी फिल्टर मे पिछे रह जाते है। आम प्रश्न पूछा जाता है की कितने TDS का पानी पीना चाहिए?
वैज्ञानिकों के कहने अनुसार मनुष्य का शरीर मे 400 TDS तक का पानी सहने की क्षमता है लेकिन आरओ सिस्टम के RO Water में केवल 18 से 25 TDS तक ही शुद्धता होती है, जो सेहत के लिए नुकसान दायक है।
इसी के साथ सिस्टम मे प्लास्टीक का उपयोग होता है और पानी प्रेशर से फिल्टर होने कारण प्लास्टीक का कुछ अंश भी उसमे मिलकर शरीर मे कैंसर पैदा होने की संभावना होती है। तथा Filter water का कम टीडीएस वाला पानी हल्का होने के कारण उसकी ग्रहण क्षमता बढ़ जाती है और वह वायु मंडल से कार्बनडाय खिंचता है।
जिससे पानी और भी खतरनाक तथा जानलेवा भी बन सकता है। इसी Helath loss के कारण से यूरोप सहित कुछ एशियाई देश वालों ने इस पर प्रतिबंध लगाया था।
मिनरल्स क्या है? – What is Minerals
पानी में पाए जाने वाले मिनरल्स यानि खनिज जो आम पानी मे दो तरह के होते है। एक जो शरीर को पोषक है जिसमे आइरन, मैग्नीशियम, पेटॅशिअम, सोडियम, विटामिन बी12 और कैल्शियम जैसे तत्व उपस्थित होते है।
दूसरे श्रेणी मे शरीर को हानिकारक मिनरल्स है जिसमे लेड, ऑल्युमिनिअम, बेरीअम, आर्सेनिक आदी शामिल होते है। यह सभी मिनरल्स आम पानी मे मिले हुए होते है।
TDS क्या है?
TDS अर्थात Total Dissolved Solids यानी पानी में उपस्थित कणों की संख्या जिसे आम तौर पर मिलीग्राम प्रति लिटर की इकाई मे गिना जाता है।
TDS का उपयोग यह देखने के लिए करते है कि पानी पीने योग्य शुद्ध है अथवा नहीं। तथा रासायनिक तत्व है या नहीं इसका भी संकेत इससे मिलता है।
इस तरह मनुष्यों ने प्राथमिक तौर पर खोज निकाला हुआ RO सिस्टम का RO Water मनुष्य के सेहत के हिसाब से फ़ायदेमंद सिद्ध नहीं हुआ है। इसे जहां पर बहुत ही गंदा पानी हो और पीने के लिए दूसरा कोई साफ पानी उपलब्ध ना हो तो मजबूरी मे उपयोग करना ठीक होगा।
हो सकता है भविष्य मे इसकी Side effrects की समस्याओं से दूर करके और सुधार वाले विकल्प की खोज भी विज्ञान द्वारा की जाए तब तक तो हमे इसके उपयोग के बारे मे सबसे अच्छा पीने का पानी है या नही? Ro water purifier का पानी पीना चाहिए या नहीं? सही निर्णय लेना है।
आशा है की आप को Hindi Option का यह आरओ फिल्टर पानी सेहत को हानि – RO water Side effrects in Hindi लेख ज़रूर पसंद आया होगा तथा आप को लेख का ज़रूर फायदा होगा। आप अपनी राय कमेंट बॉक्स मे ज़रूर लिखे। ध्यान से पढने के लिए दिल से धन्यवाद!