क्या आप CCTV camera खरीदने जा रहे है? तो यह जानकारी आपको 100% मदत करेगी जरूर पढीए। Best सीसीटीवी कैमरा खरीदने में मदद करने वाली जानकारी हिंदी में
सीसीटीवी कैमेरा क्या है? : Full form of cctv camera
CCTC camera का पूर्ण अर्थ होता है Closed-circuit television camera (क्लोज-सर्किट टेलीविजन कैमरा) इसे खास तौर पर चोरी और अनुचीत घटनाओं से सावधान रहने तथा कुछ हदतक रोकने के लिए किया जाता है।
अब कोर्ट मे CCTV footage को भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 9 तहत स्विकारा गया है। इसलिए भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा में इसका महत्वपूर्ण स्थान बन गया है।
CCTV camera को प्रथम बार जर्मनी मे एक रॉकेट लाँच के दौरान 1942 मे उपयोग किया गया था जो सफलता पूर्वक का कर गया। तबसे लेकर दुनिया में हर जगह इसका उपयोग बडे पैमाने मे होने लगा है।
घर, दुकान, बैंक, रेलवे स्टेशन, एअरपोर्ट आदि संवेदनशील ठिकानों मे गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। आज तक इन कैमरा की मदद से बहुत से अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। और बहुत सारी दुर्घटनाओं को भी होने से रोका गया है।
यह कैमरा 24/7 ऑन रहकर उसके क्षेत्र मे आने वाली हर गतिविधि को कैप्चर करके अटैच किये गये TV स्क्रीन पर live दिखाता है। और इसकी शुटींग एक निश्चित समय तक संग्रहीत भी रहती है।
दिन प्रतिदिन Updet होती Technology ने अब CCTV camera मे आश्चर्यजनक परिवर्तन लाये है। कुछ कैमरा उसके आगे कोई गतिविधि मतलब हलचल होती है तभी ऑटोमेटिक ऑन होकर अपना काम करते है। बाकी समय खामोश पडे रहते है।
इससे यह फायदा होता है की संग्रहीत करने के लिए उपयोग किया गया Memory storage बे वजह नही भरता तथा किसी Footge को ढूंढने मे भी आसानी होती है।
कुछ कैमरा रात की धीमी से धीमी रोशनी में भी अच्छी Shooting करने में सक्षम होते है। इनके प्रकार और फिचर्स के बारे मे हम आगे विस्तार से जानेंगे!
सीसी टीवी कैमरा कितने प्रकार के होते है? :Types of CCTV camera in Hindi
सीसीटीवी कैमरा के प्रमुख तीन प्रकार है जो Technology के आधार पर निश्चित किये जाते है। क्योंकि सब एक जैसे दिखते है किंतु काम करने के तरीकों मे थोड़ा-बहुत अंतर पाया जाता है।
1. IP Camera
इस कैमरा के आगे लगे आय पी का अर्थ है Internet Protocol जिसके द्वारा इस कैमरा की पहचान होती है।
यह कैमरा इंटरनेट से जुड़ा होने कारण दुनिया के किसी भी कोने से आप आपके मोबाइल या लैपटॉप डिवाइस पर इसके फुटेज लाइव देख सकते है।
.यह कैमरा खास तैर पर कैमरा स्थल से दूर रहकर निगरानी करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी दूसरी ख़ासियत यह है की ये वीडियो के साथ ऑडिओ रेकॉर्ड भी करता है। आई पी-कैमरों के उपयोग से संख्याओं और चेहरे की पहचान की जा सकती है। इसके फुटेज चेक करने के लिए Network Video Recording मतलब NVR की आवश्यकता होती है।
2. Wireless Camera
यह कैमरा बिना वायर के काम करता है इसलिए इसे Wireless Camera कहते है। इसे बिजली सपोर्ट के लिए बैटरी के उपयोग से चलाया जाता है।
यह कैमरे रेडियो फ्रिक्वेंसी (Radio frequency) द्वारा ऑडियो और वीडियो सिग्नल्स रिसीवर को भेजते है। जिसे डि-कोड करके टिवी स्क्रीन पर प्रसारीत किया जाता है।
यह कैमरा जासूसी और निगरानी के लिए बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है। लेकिन उसके लिए आपको अपने राज्य तथा देश के क़ानूनों का पालण करना अनिवार्य है। इस कैमरा को आप उस जगाह नही लगा सकते जहाँ लोगों की निजता, गोपनीयता उजागर होने का डर हो।
3. Analog Camera
यह कैमरा Digital Video Recording सिस्टम मतलब DVR की मदत से चलता है। इसका कार्य कैमरा द्वारा कैप्चर के लिए उपयोगी analog सिग्नल्स को डिजिटल सिग्नल्स मे परिवर्तन करना होता है। और डिजिटल सिग्नल्स (Digital signals) द्वारा हमे गतिविधियों को टिवी स्क्रीन पर लाइव देखने का विकल्प यह कैमरा देता है।
उपयोग और फिचर्स के आधार पर कैमरा प्रकार
कुछ कैमरा के उपयोग और विशेषता के आधार पर पहचान होती है। आप खरीदने जा रहे है तो नीचे सभी प्रकार को ध्यान से पढ़िए और अपने लिए एक अच्छा कैमरा सुनिश्चित कीजिए।
1. Dome Camera
यह एक वाटर प्रूफ और विशिष्ट मटेरिअल से बना कैमरा है, जो रात में भी काम कर सकता है। इसकी लेंस दाएँ-बाए किसी भी तरफ घूम सकती है। इसलिए इसका उपयोग Indoor और Outdoor के लिए ज्यादा किया जाता है।
घर, दुकान ऑफिस आदि स्थानों के दरवाज़े पर यह कैमरें उपयोग किये जाते है। विशेष तौर पर यह चोरों आवाजाही को निगरानी में रखने के लिए उपयोगी है।
इसका नाम इसकी बनावट के आधार पर हि रखा गया है क्योंकि यह बिल्कुल Dome (गुबंद) की तरह दिखता है।
2. C-mount CCTV Camera
यह कैमरा विशेष रूप से घर और ऑफिस के अंदरूनी निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है। किंतु इसे चाहो तो आप बाहर के लिए भी उपयोग कर सकते है। इसकी Vedio Quality काफी हद तक अच्छी होती है।
सामान्य रूप से कैमरों में 16mm लेंस पायी जाती है। आप को 35 से 40 फुट की दूरी से व्यक्ति को पहचानना है तो c-mount कैमरा युज कर सकते है। जिसकी लेंस 4mm से लेकर 100mm तक उपलब्ध है जिसे बदलकर सही सही रेंज हासिल कर सकते है।
3. Bullet Camera
छोटे साइज में छिपाने में आसान यह कैमरा दिखने में बुलेट की तरह दिखता है इसलिए इसे बुलेट कैमरा कहा जाता है। इसके बनावट के कारण इसे जासूसी और निगरानी के लि भी उपयोग किया जा सकता है।
यह एक Outdoor के लिए सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला कैमरा है। इसकी विडीयो गुणवत्ता डोम कैमरे से अधिक है लेकिन यह केवल एक ही दिशा में स्थिर रह कर सर्विस देता है।
इस कैमरा मे नाइट विजन भी उपलब्ध है। इसमें लगे खास सेंसर की मदद से अब हलचल के दौरान ऑटोमेटिक ऑन होने की सुविधा भी मील रही है। बाकी टाइम में यह बंद रह सकता है। लेकिन जैसे ही एक मच्छर भी इसके आगे से गुजरता है तो यह उसे कैप्चर कर लेता है।
Day/Night Camera
इस Outdoor के लिए डिजाइन कीये गये कैमरा का नाम भले ही डे/नाइट कैमरा हो लेकिन यह पूर्ण अंधकार में काम नहीं करता। किंतु कम रोशनी या टिमटिमाती रोशनी में भी यह बेहतर Performance दिखाता है।
यह दिन की रोशनी में कलर फुटेज देता है लेकिन रात या धीमी रोशनी मे ब्लेॅक एण्ड व्हाइट रूप में गतिविधि को कैप्चर करता है।
कैसे पता करे की Day/Night Camera कितनी कम रोशनी में काम करेगा
आपको खरीदते समय यह सवाल ज़रूर मन में आएगा की कैमरा कितनी कम रोशनी में काम करेगा?
इसके लिए आप उसकी लक्स फिगर की जँच करे।
लक्स फिगर का आकडा जितना कम होगा व उतनी कम रोशनी में काम करेगा। इसके अतिरिक्त कैमरा में लगे LED की संख्या पर भी निर्भर करता है। जितनी ज्यादा LED संख्या उतना ज्यादा इंफ्रारेड लाइट का उत्सर्जन होगा और दृश्य भी उतना ज्यादा क्लिअर मिलेगा।
ANPR/LPR Camera
यह कैमरा खास तैर पर ट्रैफिक कण्ट्रोल में उपयोग के लिए बनाया गया है। इसे कार पार्किंग और टोल गेट पर भी उपयोग किया जाता है।
इस कैमरा की विशेषता यह है की यह किसी भी गाडी के नंबर को आसानी से Recognize कर लेता है। आप को पता होगा की अब गलती करने पर ऑटोमेटिक चालान कटने का जो सिस्टम चल रहा है वह इसी कैमरा की मदद से हे रहा है।
बड़े शहरों में ट्रैफिक सिग्नल्स के साथ इन कैमरों को देखा जा सकता है और रास्ते पर बने टोल गेट पर भी यह लगाये जाते है।
PTZ cctv camera
PTZ का अर्थ है पैन टिल्ट जूम कैमरा जो रिमोट के डायरेक्शन पर काम करता है। भरपूर आधुनिक फीचर्स से लेस यह कैमरा रिमोट से कंट्रोल कर सकते है। इस कैमरा को 360 डिग्री की डायरेक्शन में जैसे चाहे घुमा सकते है।
यह कैमरा मे X36 ऑप्टिकल जुम की सुविधा है तथा यह रात की धीमी रोशनी में भी 200 मीटर तक का स्पष्ट दृश्य कैप्चर करता है।
इस कैमरा में ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग का फिचर है जो किसी एक निश्चित लक्ष्य को ट्रेकिंग पर लगाने से उसके हर गतिविधि को कैप्चर करता है, चाहे वह कैमरा के रेंज क्षेत्र में कीधर भी घूम रहा हो।
Infrared dome CCTV Camera
यह कैमरा खास तौर पर अंधेरा या. कम रोशनी वाले जगह की निगरानी के लिए बनाया गया है। इस कैमरा को हम Night vision कैमरा भी कह कह सकते है।
इनमें लगे आईआर लाइट एमिटिंग डाइओड या LED कि सीरीज होती है, जो कैमरा को इन्फ्रारेड मोड पर स्विच करता है।
इन्फ्रारेड मोड में यह कैमरा ब्लैक एंड वाइट इमेज को कैप्चर करता है। तथा दिन की रोशनी में यह बहुत ज्यादा हाय क्वालिटी स्पष्टता के साथ चित्रों को उनके ओरिजनल कलर में रेकॉर्ड करता है।
High Definition Camera
720p या 1080p रिज़ॉल्यूशन में कैप्चर कर के एक गुणवत्ता वाला विडयो प्रदान करने वाले कैमरे को High Definition Camera कहा जाता है। इसका झूम इन और झूम आउट कार्य भी प्रशंसनीय होता है।
अती संवेदनशील क्षेत्र की निगरानी के लिए बनाया गया यह कैमरा किसी भी टार्गेट को जूम करके देखते समय एक स्थीर छवी प्रदान करता है। जिससे टार्गेट को पहचानने मे आसानी होती है।
सीसीटीवी के फायदे
CCTV Camera Full Informetion में हम आगे देखेंगे की सीसीटीवी लगाने के फायदे क्या-क्या है। इससे आप निर्णय ले पाओगे की इसे खरीदना चाहिए या नही।
पहरेदारी के लिए उपयोगी है।
CCTV कैमरा के कारण घर, दुकान, ऑफिस, स्कूल आदि की निगरानी करना अब आसान हो गया है। व्यक्ति एक जगह अपनी कॅबिन में बैठकर अपने सभी कारोबार को भी देख सकता है।
महंगे सैलरी पर पहरेदार रखने से अब छुटकारा मिल रहा है। तथा घटीत हो चुकी अनुचित घटना को दोबारा देखने की और कोर्ट में ना पलटने वाले साक्ष की तरह पेश करने की सुविधा भी मिल रही है।
अपराध में कमी आयी है।
इस सुविधा संशोधन और उपयोग होने के बाद से दुनियाभर के अपराधों मे विशेष कमी आयी है। छोटी-मोटी चोरियाँ तो बिल्कुल कम हो चुकी है।
व्यक्ति जैसे ही पढ़ता है You are under cctv camera surveillance अर्थात आप सीसीटीवी कैमरा की नजर में है। तो मन में चल रही आपराधिक भावना तुरंत बदल देता है। और हर गतिविधि बड़ी सभ्यता पूर्वक करता है।
सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग कब तक संग्रहीत रहती है? : How long is the recording of a CCTV camera stored? in Hindi
इस प्रश्न के उत्तर कोई स्थीर या स्पष्ट नहीं है। क्योंकि आप किस प्रकार का कैमरा उपयोग कर रहे हो और कितनी स्टोरेज क्षमता का उपयोग कर रहे है उसपर निर्भर करता है।
इसके अतिरिक्त यह सेटींग करके भी सुनिश्चित किया जाता है की आप की फुटेज कितने दिनों तक संग्रहीत रहे। लोगों द्वारा सामान्य तौर पर 15 से 30 दिन तक की सेटिंग की जाती है।
उसके बाद फुटेज डेटा अपनेआप डिलीट होता है और उसकी जगह नया डेटा ले लेता है। क्योंकि कैमरा हर समय हर क्षण रेकॉर्ड करते ही रहता है।
HD रेकॉर्डिंग करते है तो संग्रहण स्थान जल्दी भर जाका है। इसलिए ऐसे कैमरा को 1TB-2TB क्षमता का संग्रहण स्थान जोडा जाता है।
सबसे बेस्ट सीसीटीवी कैमरा कौन सा है?
आप ने ऊपर CCTV कैमरा के सभी प्रकार देखे है। अब आप स्वयं ये तय कर सकते है की सबसे बेस्ट कैमरा कोनसा है। क्यों की हर कैमरा की अपनी अलग खासियत है और उपयोग का रचना भी स्थान अनुसार अलग है।
तब आप को ये तय करना है की कैमरा किस जगह के लिए चाहिए और उससे कैसे सर्विस की उम्मीद है।
घर में कौन सा कैमरा लगाना चाहिए?
घर में किस काम के लिए आप कैमेरा लगाना चाहते है इस बात पर इस प्रश्न का जवाब दिया जा सकता है।
जैसे की चोरों पर निगरानी रखनी है तो Dome camera उपयुक्त होगा। इसे आप दरवाजी के अंदर और बहार भी लागा सकते है। इसकी लेंस भी दाएँ-बाए घूमती है। ये चोरों पर निगरानी के लिए बेहतर कैमरा माना जाता है।
घर में नौकरों पर निगरानी रखनी है तो C-mount CCTV Camera का उपयोग कर सकते है। ये आप को 35 से 40 फुट की दूरी से व्यक्ति की और उसके ऎक्टिविटी पहचान करा कर देता है।
मुझे उम्मीद है की आप को CCTV Camera के बारे में जरुरी सभी जानकारी मिल चुकी होगी। आप के कुछ सवाल है या सुझाव है तो बिलकुल स्वागत है। आप कमेंट बॉक्स में आवश्य लिखे। “Hindi Option डॉट कॉम” को संपर्क करने के लिए दिल से धन्यवाद !
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